
दोस्तों आपको बता दूं कि किसान सम्मान निधि योजना एक केंद्रीय क्षेत्रक योजना है, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 फरवरी, 2019 को लघु एवं सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना या पीएम किसान, देश के किसानों के लिए सरकार की सबसे बड़ी लाभदायक योजनाओं में से एक है। मोदी सरकार ने किसानों की आर्थिक रूप से सहायता करने की शुरुआत की थी। इस योजना में किसानों को 3 किस्तों में सालाना 6000 रुपये की मदद की जाती है। कोरोना वायरस के इस दौर में किसानों के लिए यह योजना काफी मददगार साबित हुई। लॉकडाउन से अब तक किसानों के खाते में 19,350.84 करोड़ रुपये की मदद भेजी जा चुकी है। अब तक किसानों को 6 किस्त मिल चुकी है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का उद्देश्य क्या है

इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य देश कि लघु एवं सीमांत किसानों को प्रत्यक्ष आय संबंधी सहायता प्रदान करना है।
यह योजना लघु एवं सीमांत किसानों को उनकी निवेश एवं अन्य ज़रूरतों को पूरा करने के लिये आय का एक निश्चित माध्यम प्रदान करती है।
योजना के माध्यम से लघु एवं सीमांत किसानों को साहूकारों तथा अनौपचारिक ऋणदाता के चंगुल से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
पीएम-किसान योजना की मौजूदा स्थिति क्या है
मौजूदा वित्तीय वर्ष के केंद्रीय बजट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिये 75,000 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गई है, जिसमें से 50,850 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है।
हाल ही के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 8.45 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को इस योजना का लाभ पहुँचाया जा चुका है, जबकि इस योजना के तहत कवर किये जाने वाले लाभार्थियों की कुल संख्या 14 करोड़ है। आपको बता दूं कि अभी हाल ही में
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने घोषणा की है कि पीएम-किसान योजना के सभी लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किया जाएगा, ताकि वे आसानी से बैंक से ऋण प्राप्त कर सकें।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का budjet कितना है

दोस्तों आपको बता दूं कि इस योजना का वित्तपोषण केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस योजना पर अनुमानतः 75 हज़ार करोड़ रुपए का वार्षिक व्यय आएगा।
इस योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपए की दर से प्रत्यक्ष आय सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
यह आय सहायता 2,000 रुपए की तीन समान किस्तों में लाभान्वित किसानों के बैंक खातों में प्रत्यक्ष रूप से हस्तांतरित की जाती है, ताकि संपूर्ण प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
आरंभ में यह योजना केवल लघु एवं सीमांत किसानों (2 हेक्टेयर से कम जोत वाले) के लिये ही शुरू की गई थी, किंतु 31 मई, 2019 को कैबिनेट द्वारा लिये गए निर्णय के उपरांत यह योजना देश भर के सभी किसानों हेतु लागू कर दी गई।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सबसे बड़ी चुनौती क्या है
दोस्तों आपको बता दूं कि बिहार में लाभार्थियों की संख्या 158 लाख है, जबकि केवल 59.7 लाख किसानों का डेटा ही अपलोड किया गया है। राज्य ने लाभार्थी आवेदन के लिये अलग पद्धति अपनाई है जिसके कारण पहचान और डेटा अपलोड करने में देरी हो रही है।वहीं दूसरी तरफ बंगाल अब तक इस योजना में शामिल नहीं हुआ है। आधिकारिक सूचना के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार ने किसानों के डेटा को सत्यापित नहीं किया है। अनुमानित आँकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में लगभग 70 लाख लोग योजना के लिये पात्र हैं।
पश्चिम बंगाल के कुल पात्र किसानों में से लगभग 10 लाख किसानों ने व्यक्तिगत रूप से ऑनलाइन आवेदन किया है, किंतु किसानों के संपूर्ण डेटाबेस का राज्य सरकार द्वारा सत्यापित किया जाना अभी शेष है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए अंतिम निष्कर्ष क्या निकलता है
देश में किसानों की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता की यह योजना किसानों को एक आर्थिक आधार प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। हालाँकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि योजना के तहत दी जा रही सहायता राशि अपेक्षाकृत काफी कम है, किंतु हमें यह समझना होगा कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी निवेश संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिये एक आर्थिक आधार प्रदान करना है, ताकि वे फसल उत्पादन में नवीन तकनीक और गुणवत्तापूर्ण बीजों का प्रयोग कर उत्पादन में बढ़ोतरी कर सकें। आवश्यक है कि योजना के मार्ग में स्थित विभिन्न बाधाओं को समाप्त कर इसे अधिक-से-अधिक किसानों के लिये लाभदायी बनाया जा सके।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठाने के लिए इन दस्तावेजों का होना जरूरी है
दोस्तों आपको बता दूं कि रजिस्ट्रेशन करने से पहले इन दस्तावेजों का होना जरूरी है।
आपके पास जमीन के कागज होने चाहिए, इसके अलावा आधार कार्ड, अपडेटेड बैंक अकाउंट, ऐड्रेस प्रूफ, खेत संबंधी जानकारी और पासपोर्ट साइज फोटो जरूरी है, क्योंकि इन दस्तावेजों के बिना आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे